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शराबी की कॉमेडी और शायरी

FUNNY COMEDY JOKES IN HINDI 2020

एक शराबी बड़ा दुखी होकर अपने घर को जा रहा था तभी उसे रास्ते में एक ज्योतिष  बाबा मिलते हैं | बाबा शराबी का रास्ता रोक देता है इससे पहले शराबी कुछ बोले बाबा उसका हाथ पकड़कर उसकी हाथों की रेखाओं को पढ़ने लगता है | 😔😔😔

बाबा ; (जोर-जोर से चिल्लाते हुए कहता हैं ) घोर कलयुग, घोर कलयुग | 😠😠😠

शराबी ; (बाबा को चिल्लाते देखकर शराबी हैरान हो जाता है और बाबा से पूछता है ) बाबा आपने मेरी हाथों की लकीरों में ऐसा क्या पढ़ा जो आप इतने जोर-जोर से चिल्लाने लगे | 😯😯😯

बाबा ; बेटा तुम्हारी जिंदगी में कुछ महीनों के लिए बहुत बूरा समय आने वाला है तुम पर शनि देव की कुदृष्टि पड़ चुकी है | यह मोह-माया से भरा संसार भी इस बूरे समय में तुम्हारा साथ नहीं देंगा | तुम्हारे अपने भी इस मुश्किल परिस्थितियों से लड़ने के लिए तुम्हे अकेला छोड़ देंगे | तुमपे आई मुसीबत को देखकर तुम्हारे मित्र भी तुमसे दूर भागेंगे | 😌😌😌😌

शराबी ; बाबा तो मैं क्या करू इस मुसीबत से छुटकारा पाने का कोई तो उपाय होगा | 😌😌😌😌

बाबा ; उपाय है और बहुत आसान भी है तुम्हे इसके लिए कुछ दान-दक्षिणा देनी होगी और भोले के नाम का प्रसाद बनाके इस शिवभक्त को खिलाना होगा तभी तुम्हारा भला हो सकेगा | 😄😄😄😄

शराबी ; ( इतना सुनकर शराबी ने रोते हुए बाबा को गले लगा लिया और बाबा से कहा ) बाबा आपसे तो कुछ भी छुपा नहीं है आप तो सब जानते हैं, बाबा आप तो अन्तर्यामी हो, यह जानकर कि मैं कोरोना पॉजिटिव हूँ आपने फिर भी मेरा हाथ पकड़ा, बाबा आप तो स्वयं महादेव के अवतार हो | 😂😂😂😂😂

ज्योतिष बाबा को तीन दिन हो गए अभी तक अपने हाथों की रेखाओं को समझने का प्रयास कर रहे हैं | 😭😭😭😭

                                                                                                               

BEST SAD SHAYARI 2020 

हजारों आये हजारों गये,   

पर इस दिल को आस तुम्हारा ही लगा रहता है | 

घर का पता अब किसे याद है,

अब तो बसेरा मदिरालय में ही लगाया रहता है | 

हर घड़ी पीने लगा हूँ मैं अब,

पर नशा हर पल सिर्फ तुम्हारा ही छाया रहता है | 

                                                                                                                                                                        
 

बरसो गुजर गए,

इस दिल में फिर से किसी ने दर्द को जगाया है | 

वो यादें किसने जिन्दा की,

जिन्हें मैंने इस मदिरालय के श्मशान में दफनाया है | 

मेरी आँखों से मदहोशी ऐसे गई,

जैसे किसी ने मेरे जिस्म से कफ़न को हटाया है | 

उठा के तोड़ दी मैंने वो काँच से बनी शराब की बोतल,

क्योंकि उसमें भी तेरा चेहरा आज मुझे नजर आया है |

                                                                                                                                                                       

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